शनिवार की शाम, देहरादून में अचानक Emergency Siren की गूंज सुनाई देगी। यह आवाज किसी हमले या आपदा की चेतावनी नहीं बल्कि एक महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणाली के परीक्षण का हिस्सा होगी। यह पहल उत्तराखंड को आपदा और आपात स्थितियों के लिए और अधिक तैयार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। शहरवासियों से जिला प्रशासन ने अपील की है कि वे इस आवाज को सुनकर घबराएं नहीं, क्योंकि यह प्रणाली की प्रभावशीलता की जांच के लिए बजाई जा रही है।
आपदा प्रबंधन के लिए आधुनिक Emergency Siren
देहरादून में आपदा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समय पर चेतावनी देने के लिए, 13 आधुनिक लंबी दूरी (long range) के Emergency Siren स्थापित किए गए हैं। ये सायरन दो श्रेणियों में विभाजित हैं: चार सायरन जिनकी आवाज 16 किलोमीटर तक 4 सायरन ( rishikesh, premnagar, clementown, raipur) सुनाई देगें और नौ सायरन और सुनाई देंगे जिनकी आवाज 8 किलोमीटर तक पहुंचेगी। इन सायरनों को शहर के महत्वपूर्ण और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से लगाया गया है, जैसे कि पुलिस स्टेशन, चौकियाँ और प्रमुख सरकारी इमारतें।
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मुख्यमंत्री धामी करेंगे उद्घाटन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस आधुनिक Emergency Siren का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के बाद ही इन सायरनों का परीक्षण किया जाएगा। यह कदम राज्य सरकार की आपदा प्रबंधन को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रणाली से भविष्य में किसी भी आपात स्थिति के दौरान लोगों को समय रहते सतर्क किया जा सकेगा।
शहर के इन हिस्सों में स्थापित किये गए हैं Emergency Siren
जिला मजिस्ट्रेट और जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष, सविन बंसल द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, इन Emergency Siren को देहरादून के विभिन्न हिस्सों में स्थापित किया गया है। 16 किलोमीटर की रेंज वाले चार सायरन थाना ऋषिकेश, थाना प्रेमनगर, थाना क्लेमेंटाउन और थाना रायपुर में लगाए गए हैं। वहीं, 8 किलोमीटर की रेंज वाले नौ सायरन थाना कोतवाली पल्टन बाजार, पुलिस चौकी बिन्दाल, थाना राजपुर, थाना पटेल नगर, थाना नेहरू कॉलोनी, पुलिस लाइन रेसकोर्स, थाना डालनवाला, थाना कैंट और थाना बसंत विहार में स्थापित किए गए हैं।
घबराएं नहीं, सहयोग की अपील
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे इस परीक्षण के दौरान सायरन की आवाज सुनकर किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं और न ही घबराएं। यह केवल एक तकनीकी जांच है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यह चेतावनी प्रणाली सही ढंग से काम कर रही है। नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की गई है ताकि यह प्रणाली किसी भी आपदा की स्थिति में प्रभावी ढंग से काम कर सके।
सौंदर्यीकरण और अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण
सायरन के उद्घाटन के साथ ही, मुख्यमंत्री शहर की अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे। इसमें घंटाघर के सौंदर्यीकरण का कार्य और देहरादून कलेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चूपानी और आईएसबीटी पर स्थापित चार आधुनिक हिलांस कैंटीन का उद्घाटन शामिल है।