देहरादून: शनिवार को देहरादून के डोईवाला फ्लाईओवर पर एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया, जब एक चलती एंबुलेंस में अचानक आग लग गई। यह एंबुलेंस पौड़ी के श्रीनगर बेस हॉस्पिटल से एक मरीज़ को लेकर देहरादून जा रही थी। आग इतनी तेज़ी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरी एंबुलेंस जलकर खाक हो गई। हालांकि, गनीमत रही कि इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई और मरीज़ को सुरक्षित बचा लिया गया।
मरीज़ को सुरक्षित निकाला गया
आग लगते ही एंबुलेंस के कर्मचारियों ने तुरंत समझदारी दिखाते हुए मरीज़ को पास चल रही एक दूसरी गाड़ी में सुरक्षित शिफ्ट कर दिया। इस त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी त्रासदी टल गई। जब तक दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तब तक एंबुलेंस पूरी तरह आग की लपटों में घिर चुकी थी।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से एंबुलेंस की सुरक्षा और रखरखाव से जुड़े मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह एक चिंता का विषय है कि मरीज़ों को जीवन-रक्षक सेवा देने वाली गाड़ियाँ खुद ही असुरक्षित हैं। अधिकारियों को इस बात की जांच करने की ज़रूरत है कि क्या एंबुलेंस का नियमित रखरखाव और सुरक्षा जांच सही तरीके से हो रही है। इस तरह की घटनाएँ भविष्य में न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
यह हादसा बताता है कि आपातकालीन सेवाओं के वाहनों की फिटनेस और सुरक्षा जांच कितनी महत्वपूर्ण है। भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एंबुलेंस सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत करने की आवश्यकता है।