टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद टिहरी गढ़वाल पहुंचकर नौ दिवसीय 49वें श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का विधिवत ध्वजारोहण कर मेले के शुभारम्भ की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित स्टालों का निरीक्षण किया तथा अमर शहीदों की मूर्तियों एवं स्वतंत्र संग्राम शहीद स्मारक पर माल्यार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने की अनेक विकास परियोजनाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान क्षेत्र के विकास से संबंधित अनेक मांगों को मुख्यमंत्री घोषणाओं में सम्मिलित करने की बात कही। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- ढालवाला में अवशेष बाढ़-सुरक्षा कार्यों का निर्माण कार्य (लगभग 400 मीटर)।
- कुम्भ मेला, 2027 के अन्तर्गत मुनिकीरेती में खारास्रोत गदेरे में सतह पार्किंग एवं एप्रोच रोड़ का निर्माण।
- नरेन्द्रनगर में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त नहरों का पुनर्निर्माण कार्य।
- नगर पंचायत तपोवन में सामुदायिक भवन का निर्माण।
- नरेन्द्रनगर में सब रजिस्ट्रार कार्यालय की स्थापना।
- बाल्मिकी बस्ती में 6 आवासों का पुनर्निर्माण।
- पावकी देवी (दोगी) में सामुदायिक भवन का निर्माण।
- नरेन्द्रनगर कुम्हार खेड़ा में सामुदायिक भवन का विस्तार और सामुदायिक भवन तक मार्ग का पक्कीकरण।
- नगर पालिका मुनि की रेती-ढालवाला में श्री पन्त की दुकान से चीनी गोदाम तक मार्ग का पुनर्निर्माण।
- श्रीदेव सुमन उप जिला अस्पताल में एनेस्थिशिया वर्क मशीन (ऑटोमेटिक वैंटीलेटर) की स्वीकृति।
- नरेंद्रनगर में एक ANM ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना।
- भुवनेश्वरी देवी मंदिर हार्डीसेरा एवं पावली देवी मंदिर सौंदर्यीकरण के लिए उचित धनराशि की स्वीकृति।
- गुल्लरबोगी में पार्किंग निर्माण।
- ह्वेल नदी में मानसेरा, भगोड़ी, भैंतोला तोक में चेक डैम का निर्माण।
ऐतिहासिक मेले को बताया लोक आस्था का प्रतीक
सभी को मेले की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह ऐतिहासिक मेला लोक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 1974 से निरंतर आयोजित हो रहा यह मेला व्यापार, क्षेत्रीय विकास और पर्यटन को गति प्रदान करने वाला है। उन्होंने सनातन संस्कृति और जीवन मूल्यों को भारत की पहचान बताया।
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राज्य सरकार सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत और धरोहर को संवारने एवं सहेजने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ज़ोर दिया कि राज्य सरकार भी उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर धार्मिक स्थलों के संरक्षण एवं अपनी पहचान को बनाए रखने के लिए निरंतर काम कर रही है।
पलायन रोकने और अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने पर ज़ोर
पलायन को सबसे बड़ी समस्या बताते हुए मुख्यमंत्री ने इसे रोकने, स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ‘हाउस ऑफ हिमालय’ ब्रांड के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में व्यापक पहचान मिल रही है। फार्म मशीनरी बैंक, फिल्म नीति, एप्पल मिशन, होमस्टे आदि नीतियों के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है।
उत्तराखंड को बताया देश का अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि देश में उत्तराखंड पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता कानून को लागू किया है। इसके साथ ही सशक्त नकल विरोधी कानून लाकर पिछले 4 सालों में 26 हजार से अधिक युवाओं को पारदर्शिता के साथ नियुक्तियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने धर्मांतरण निवारण और अवैध अतिक्रमण ध्वस्तीकरण जैसे कार्यों का भी उल्लेख किया, जिससे राज्य को नया मुकाम और पहचान मिली है। उन्होंने राज्य सरकार की पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर होने की बात कही।
इस अवसर पर प्रदेश के वन, तकनीकी शिक्षा, भाषा एवं निर्वाचन एवं संसदीय कार्य मंत्री सुबोध उनियाल ने भी मेले की सराहना की और इसे संस्कृति, परंपरा और विकास को आगे बढ़ाने वाला एक बड़ा मंच बताया।



