पौड़ी में मारा गया आदमखोर गुलदार, वन विभाग ने तैनात किया था इस खास शिकारी को

पौड़ी में आतंक के पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदार को आखिरकार मार गिराया गया है। शूटर्स की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इस आदमखोर गुलदार को मार गिराया है। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। गुलदार के आतंक को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विभाग को जल्द लोगों को राहत दिलाने के निर्देश दिए थे।

लगातार हुई निगरानी, लगाए गए खास शिकारी

पौड़ी गजेल्ड (गजल्ड) में एक गुलदार लगातार लोगों को निशाना बना रहा था। इसे देखते हुए लोगों में खासी नाराजगी थी। यही वजह थी कि सीएम धामी ने खुद पहल करते हुए वन विभाग को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द लोगों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाई जाए। इसके बाद एक्शन में आए विभाग ने गुलदार को ढेर करने का प्लान तैयार किया। इसके लिए विभाग ने विशेष शिकारियों को बुलाया और पूरी टीम तैनात की। वन विभाग ने अधिकृत शिकारी जॉय हुकिल को ये जिम्मेदारी सौंपी। जॉय की अगुवाई में ही शिकारियों की टीम गुलदार को तलाश रही थी। गुलदार को मारने के लिए इस इलाके में लगातार निगरानी की गई। शिकारियों की टीम लगातार ट्रैक कर रही थी। इसके बाद जाकर कहीं आदमखोर गुलदार को मार गिराने में सफलता मिली। इस आदमखोर गुलदार को शिकारी जॉय हुकिल की बंदूक से निकली गोली लगी और वो ढेर हो गया।

लोगों का निकलना हो गया था मुश्किल

इस इलाके में हालात ये थे कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया था। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए शाम होते ही घर से निकलना दूभर था। लोग दिन में भी निकलने से परहेज कर रहे थे। गुलदार का ऐसा आतंक था लोग दहशत में आ गए थे।

सीएम ले रहे थे अपडेट, भेजा था खास अफसरों को

इस मामले में सीएम धामी भी बेहद सक्रिय थे। वो खुद अधिकारियों से लगातार संपर्क में थे और अपडेट ले रहे थे। गजल्ड में मारे गए शख्स के परिजनों से मुलाकात के लिए सीएम धामी ने पौड़ी कमिश्नर और सचिव गृह को भेजा था। गुलदार को न्यूट्रीलाइज करने के निर्देश खुद सीएम धामी ने दिए थे। इसके बाद विभाग एक्शन में आया। वहीं सीएम धामी ने आश्वस्त किया है कि प्रभावित क्षेत्र में सतर्कता और गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा और जीवन की रक्षा के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

Alka Tiwari

अलका तिवारी पिछले तकरीबन बीस वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ी हैं। इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ ही अलका तिवारी प्रिंट मीडिया में भी लंबा अनुभव रखती हैं। बदलते दौर में अलका अब डिजिटल मीडिया के साथ हैं और खबरदेवभूमि.कॉम में प्रमुख भूमिका निभाती हैं।

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