Bimla Bahuguna: चिपको आंदोललन एवं गांधीवादी विचारों के रूप में अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने वाले स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा की पत्नी बिमला बहुगुणा का निधन हो गया है. 93 साल की उम्र में बिमला बहुगुणा ने अंतिम सांस ली. स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा के बेटे राजीव नयन बहुगुणा ने सोशल मीडिया पर मां के निधन की जानकारी साझा की है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिमला बहुगुणा के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
बिमला बहुगुणा, अपनी साफ समझ, कड़ी मेहनत और समर्पण की भावना के लिए जानी जाती थीं. लक्ष्मी आश्रम जिसकी स्थापना महात्मागांधी की नजदीकी शिष्या सरला बेन ने की थी. बिमला बहुगुणा उस आश्रम की सबसे प्रिय छात्राओं में एक गिनी जाती थीं.
बिमला बहुगुणा भूदान आंदोलन में अपने बेहतर काम के लिए भी जानी जाती रहीं. विनोबा भावे के मंत्री दामोदर ने बिमला को “वन- देवी” की उपाधि दी थी और कहा था कि ऐसी लड़की उन्होंने पहले कभी नहीं देखी, जो बहुत आसानी और मजबूती से नौजवानों का सही मार्गदर्शन करती हैं.

Bimla Bahuguna ने शादी के लिए रखी थी अनोखी शर्त
बहुत ही कम लोग जानते हैं कि बिमला बहुगुणा और सुंदर लाल बहुगुणा की शादी की कहानी बड़ी रोचक है. साल 1954 में बिमला बहुगुणा ने शादी के लिए सुंदर लाल के सामने शर्त रखी थी. जिसके बाद ही उन्होंने विवाह के लिए हां किया था.
दरअसल बिमला को पिता की एक चिट्ठी के जरिए मालूम चला कि उनका विवाह सुंदर लाल के साथ तय हुआ है. इस चिट्ठी में आदेश दिया गया था कि अमुक दिनांक,अमुक माह में उनका विवाह सुंदर लाल के साथ तय कर दिया गया है. अब बिमला बहुत ही दुविधा में थीं वो शादी नहीं करना चाहती थीं लेकिन अपनी छोटी बहनों की पढ़ाई बीच में ना छूट जाए और पिता जी नाराज ना हो जाए, ये भी डर उनको सता रहा था. तो उन्होंने विवाह से पहले एक शर्त रखी.
शादी के लिए शर्त ये थी कि सुंदरलाल राजनीतिक कामों को छोड़कर एक आश्रम की स्थापना करें. जिस पर सुंदरलाल भी तैयार हो गए और तब सड़क से मीलों दूर सिलयारा आश्रम की शुरुआत की गई. विवाह ठक्कर बाबा आश्रम में संपन्न हुआ था.
CM Pushkar Singh Dhami ने जताया दुःख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और ‘चिपको’ आंदोलन के नेता स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा की पत्नी विमला बहुगुणा के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की . एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम धामी ने लिखा, ” स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा जी की पत्नी बिमला बहुगुणा जी, जिन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित कर दिया और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया, के निधन की खबर अत्यंत दुखद है. ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दें.”