उत्तराखंड के रहने वाले तटरक्षक बल के महानिरीक्षक हिमांशु नौटियाल को तटरक्षक पदक (टीएम) से सम्मानित किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हे भारतीय तटरक्षक अलंकरण समारोह में सम्मानित किया है।
असाधारण वीरता के लिए मिला पदक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय तटरक्षक अलंकरण समारोह में 25 फरवरी 2025 को उप महानिरीक्षक हिमांशु नौटियाल को तटरक्षक पदक (टीएम) से सम्मानित किया है । ये पदक तटरक्षक बल के उन कर्मियों को प्रदान किया जाता है, जो सेवा में असाधारण वीरता तथा विशिष्ट सेवा का प्रदर्शन करते हैं। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की समुद्री सीमाओं की रक्षा में तटरक्षक बल के योगदान की सराहना की और उनकी निष्ठा एवं समर्पण की प्रशंसा की।
उत्तराखंड के रहने वाले हिमांशु नौटियाल
उप महानिरीक्षक हिमांशु नौटियाल मूलरूप से गाँव प्रकंडी, जिला- रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड के निवासी हैं । उप महानिरीक्षक हिमांशु नौटियाल 14 जुलाई 1991 में भारतीय तटरक्षक में शामिल हुए थे। उन्होंने कोच्चि में भारतीय नौसेना पोत द्रोणाचार्य में गनरी और वेपन सिस्टम में पेशेवर विशेषज्ञता प्राप्त की है। अधिकारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी भाग लिया है और आईएमओ, लंदन में समुद्री सुरक्षा समिति (एमएससी) और समुद्री पर्यावरण प्रदूषण समिति (एमईपीसी) की बैठकों के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे हैं। उनके पास विशाल समुद्री अनुभव है और उन्होंने भारतीय तटरक्षक पोत संग्राम, समुद्र प्रहरी, अव्वैयार और होवरक्राफ्ट-182 जैसे विभिन्न प्रकार के जहाजों की कमान संभाली है। एसजीआरआर से शिक्षा प्राप्त करने वाले हिमांशु नौटियाल का मौजूदा वक्त में देहरादून में ही घर है।
अभूतपूर्व समर्पण का किया प्रदर्शन
उप महानिरीक्षक हिमांशु नौटियाल ने जिला कमांडर -11 (गोवा) के रूप में, अपने पेशेवर और प्रशासनिक कौशल के माध्यम से ताउक-ताए तूफान के दौरान 79 लोगों की जीवन बचाने के लिए खोज एवं बचाव प्रयासों का समन्वय किया । गोवा में स्टैंडिंग कमेटी ऑन डिफेंस (एससीओडी) की यात्रा और चार जहाजों का कमीशनिंग/लॉन्चिंग किया, जिसमें तटरक्षक में पहली वर्चुअल ई-कमीशनिंग शामिल है। अधिकारी ने कई भारतीय तटरक्षक अभियानों की सफलता के लिए अभूतपूर्व समर्पण का प्रदर्शन किया है।