Pranav Singh Champion वही हैं जिन्होंने खानपुर के विधायक उमेश कुमार के घर अंधाधुंध फायरिंग की। दरअसल प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों के साथ चोली-दामन का साथ है। हथियारों की प्रदर्शनी से लेकर मगरमच्छ से शिकार और कैबिनेट मंत्री के घर पार्टी के दौरान फायरिंग का आरोप भी उन पर लग चुका है। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं Pranav Singh Champion?
गणतंत्र दिवस का खत्म होते-होते उत्तराखंड में सरेआम गोलीबारी और गुंडागर्दी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए। सोशल मीडिया पर भड़की बयानबाजी ने साक्षात लड़ाई का रूप ले लिया। बीजेपी के पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Singh Champion) और मौजूदा निर्दलीय विधायक उमेश कुमार आमने-सामने आ गए। पिस्टल और राइफल से फायरिंग की घटना देख लोग हैरत में पड़ गए। वो भी दो माननीयों के बीच।
चर्चा होने लगी कि ये प्रणव सिंह चैंपियन आखिर है कौन? जो विधायक के दफ्तर में घुसकर दनादन फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में खानपुर सीट से उमेश कुमार ने Pranav Singh Champion को हराकर चुनाव जीता था।
2002 से लेकर 2022 तक चार बार विधायक बने Pranav Singh Champion
लंढौरा के गुर्जर राज परिवार से आने वाले कुंवर Pranav Singh Champion साल 2002 से लेकर 2022 तक चार बार विधायक रहे। उत्तराखंड की पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार के समय से ही वह सुर्खियों में रहे। नारायण दत्त तिवारी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान चैंपियन को पूरी उम्मीद थी कि निर्दलीय विधायक के रूप में कांग्रेस को समर्थन देने के कारण उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। वह पूरी तैयारी के साथ आए थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तब नाम न आने पर उन्होंने खासी नाराजगी जताई थी।
Pranav Singh Champion पर मगरमच्छ के शिकार के आरोप लगे थे
साल 2003 में Pranav Singh Champion पर लक्सर में मगरमच्छ के शिकार के आरोप लगे थे। इस पर वन विभाग ने मुकदमा भी दर्ज किया था। 2009 में चैंपियन पर मंगलौर में हवाई फायरिंग का मामला दर्ज हुआ, लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई। 2011 में रुड़की के एक होटल के मालिक पर फायरिंग करने का भी आरोप लगा। चैंपियन पर तत्कालीन विधायक और मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के समर्थकों ने मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।
2015 में हवाई फायरिंग के लगे थे आरोप
साल 2015 में कांग्रेस सरकार के दौरान तत्कालीन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के देहरादून में यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर एक पार्टी के दौरान Pranav Singh Champion पर हवाई फायरिंग के आरोप लगे थे। भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल से छिड़ी जुबानी जंग में चैंपियन ने नैतिकता को ताक पर रख दिया था।
Pranav Singh Champion का बंदूकों के साथ डांस वायरल हुआ था
2017 चुनाव के दौरान उन पर नामांकन में हथियारबंद समर्थकों को ले जाने का आरोप लगा। बंदूकों के साथ डांस करने और अभद्र टिप्पणी के लिए भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया था।
गौरतलब है कि मौजूदा समय में खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर दिनदहाड़े फायरिंग और तोड़फोड़ हुई। खानपुर से विधायक रह चुके भाजपा नेता कुंवर प्रणव चैंपियन ने साथियों के साथ पहुंचकर फायरिंग की। चैंपियन ने अपने फेसबुक पेज पर मारपीट का एक वीडियो भी डाला है। चुनाव में हार-जीत के नतीजे आने के बाद यह सारा मामला सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्णियों से शुरू हुआ।

सोशल मीडिया पर दोनों ‘माननीयों’ ने शुरू कीं अभद्र टिप्पणियां, हुआ हंगामा
ये मामला शनिवार से शुरू हुआ, जब प्रणव सिंह ने उमेश कुमार को लेकर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां कीं। इसके बाद देर रात को ही उमेश कुमार ने भी सोशल मीडिया पर लाइव आकर पूर्व विधायक को जमकर खरी-खोटी सुनाई। वह Pranav Singh Champion के राजमहल पहुंच गए और बाहर निकलने की धमकी दी। यह सुनकर प्रणव सिंह उमेश कुमार के लंढौरा स्थित घर पर पहुंच गए। वो वहां नहीं मिले तो अपने लाव-लश्कर के साथ प्रणव सिंह उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां जमकर गोलियां चलीं। जिसके बाद गिरफ्तारियां हुईं।
खानपुर के विधायक उमेश कुमार को कोर्ट से जमानत मिल गई
फिलहाल खानपुर के विधायक उमेश कुमार को कोर्ट से जमानत मिल गई है, सुनवाई के बाद कोर्ट ने 40-40 हजार के दो जमानती लेकर जमानत दे दी है। बता दें कि भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उमेश कुमार को रोशनाबाद कोर्ट में पेश किया गया था जहां सीजेएम अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने सुनवाई के बाद जमानत दे दी।
Pranav Singh Champion 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
तो वहीं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को हरिद्वार पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद अब जेल भेज दिया है आपको बता दें कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत के तहत सीजेएम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए जेल भेजा है.
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